आशियाने में जा रहा हूँ...❣️

चरागों से दूर किसी वीराने में जा रहा हूँ
थका हुआ हूँ मैं आशियाने में जा रहा हूँ
बिछड़ गया है मुझसे कहाँ गया ना जाने
सुकूं से मिलने बीते ज़माने में जा रहा हूँ
अनुभव मिश्रा ✍️

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